तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा। तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा।
जुनून-ए-मयस्सर में तार-तार हो गये। जुनून-ए-मयस्सर में तार-तार हो गये।
जाने कैसे खबर लग गई आसमान को सपनों पर गिर गया वो आकर बिजली बन कर। जाने कैसे खबर लग गई आसमान को सपनों पर गिर गया वो आकर बिजली बन कर।
बच्चों को मुस्कराने वाली किसी से गनना न करने वाली बच्चों को मुस्कराने वाली किसी से गनना न करने वाली
उसे खोने से जो डरते हैं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं। उसे खोने से जो डरते हैं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं।
शीतल अहसास कराती है वो बूंदें मरहम बन जाती है जीवन तब गान सुनाता है, कलियों का चमन खिल जात... शीतल अहसास कराती है वो बूंदें मरहम बन जाती है जीवन तब गान सुनाता है, क...